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डॉ० कुँअर बेचैन
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डॉ० कुँअर बेचैन

दुनिया ने मुझ पे फेंके थे पत्थर जो बेहिसाब, मैंने उन्हीं को जोड़ के कुछ घर बना लिए

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May 8, 2025
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ऑस्ट्रलियांचल साहित्यिक हिन्दी ई-पत्रिका एवं डॉ० कुँअर बेचैन स्मृति न्यास ऑस्ट्रेलिया द्वारा संचालित
कोई नहीं है देखने वाला तो क्या हुआ
हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ
पिन बहुत सारे – डॉ. कुँअर बेचैन // अनुवादक डॉ. शिवराज वत्स्य
एक गहरे समुन्दर में उतर जाती है रोज़ – डॉ. कुँअर बेचैन
आंसुओं की शक़्ल लेकर – डॉ. कुँअर बेचैन
कोई नहीं है देखने वाला तो क्या हुआ
हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ
पिन बहुत सारे – डॉ. कुँअर बेचैन // अनुवादक डॉ. शिवराज वत्स्य
एक गहरे समुन्दर में उतर जाती है रोज़ – डॉ. कुँअर बेचैन

Month: April 2023

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  • 2023
  • April

सुबह का वक़्त है ताज़ा हवा है

by drkunwarbechainpoetry2023
April 28, 2023 2 yrs
ग़ज़ल
by drkunwarbechainpoetry2023
April 28, 2023 2 yrs

जड़ें शाख़ों की हरियाली में खुश हैं

by drkunwarbechainpoetry2023
April 28, 2023 2 yrs

थोड़ी बहुत कमी तो यहाँ हर किसी में है

by drkunwarbechainpoetry2023
April 28, 2023 2 yrs

ग़म से घबराकर न ऐसे मुस्कराना बन्द कर

by drkunwarbechainpoetry2023
April 28, 2023 2 yrs

फफोलों में भरा पानी हमें यह भी बताता है

by drkunwarbechainpoetry2023
April 28, 2023 2 yrs

शोर की इस भीड़ में ख़ामोश तन्हाई-सी तुम

by drkunwarbechainpoetry2023
April 28, 2023 2 yrs

और तो सब ठीक है, हाँ, एक यह उलझन भी है

by drkunwarbechainpoetry2023
April 28, 2023 2 yrs

प्रेम की जब मदिरा पी है

by drkunwarbechainpoetry2023
April 28, 2023 2 yrs

दिल से प्यारी, जाँ से प्यारी, खुद से प्यारी चिट्ठियाँ

by drkunwarbechainpoetry2023
April 28, 2023 2 yrs

इस तरह से वो ज़िंदगी में अब मेरी आया कि बस

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डॉ० कुँअर बेचैन स्मृति न्यास ऑस्ट्रेलिया

पिन बहुत सारे – डॉ. कुँअर बेचैन // अनुवादक डॉ. शिवराज वत्स्य

by drkunwarbechainpoetry2023 November 30, 2024 1 5 mths

एक गहरे समुन्दर में उतर जाती है रोज़ – डॉ. कुँअर बेचैन

by drkunwarbechainpoetry2023 November 30, 2024 5 mths

आंसुओं की शक़्ल लेकर – डॉ. कुँअर बेचैन

by drkunwarbechainpoetry2023 November 30, 2024 5 mths

कोई नहीं है देखने वाला तो क्या हुआ

by drkunwarbechainpoetry2023 November 30, 2024 1 min 5 mths

हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ

by drkunwarbechainpoetry2023 September 14, 2023 1 min 2 yrs

दे के तनहाई का मेला चल दिए डॉ० कुँअर बेचैन

by drkunwarbechainpoetry2023 April 29, 2023 1 min 2 yrs

किराए का है ये मकाँ छोड़ते हैं डॉ० कुँअर बेचैन

by drkunwarbechainpoetry2023 April 29, 2023 1 min 2 yrs

डॉ० कुँअर बेचैन जी के बारे में

पिन बहुत सारे – डॉ. कुँअर बेचैन // अनुवादक डॉ. शिवराज वत्स्य

एक गहरे समुन्दर में उतर जाती है रोज़ – डॉ. कुँअर बेचैन

आंसुओं की शक़्ल लेकर – डॉ. कुँअर बेचैन

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