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डॉ० कुँअर बेचैन
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डॉ० कुँअर बेचैन

दुनिया ने मुझ पे फेंके थे पत्थर जो बेहिसाब, मैंने उन्हीं को जोड़ के कुछ घर बना लिए

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May 10, 2025
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ऑस्ट्रलियांचल साहित्यिक हिन्दी ई-पत्रिका एवं डॉ० कुँअर बेचैन स्मृति न्यास ऑस्ट्रेलिया द्वारा संचालित
कोई नहीं है देखने वाला तो क्या हुआ
हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ
पिन बहुत सारे – डॉ. कुँअर बेचैन // अनुवादक डॉ. शिवराज वत्स्य
एक गहरे समुन्दर में उतर जाती है रोज़ – डॉ. कुँअर बेचैन
आंसुओं की शक़्ल लेकर – डॉ. कुँअर बेचैन
कोई नहीं है देखने वाला तो क्या हुआ
हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ
पिन बहुत सारे – डॉ. कुँअर बेचैन // अनुवादक डॉ. शिवराज वत्स्य
एक गहरे समुन्दर में उतर जाती है रोज़ – डॉ. कुँअर बेचैन

Month: April 2023

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  • 2023
  • April

कहीं तो दिल को ठहरना पड़ेगा

by drkunwarbechainpoetry2023
April 29, 2023 2 yrs
ग़ज़ल
by drkunwarbechainpoetry2023
April 29, 2023 2 yrs

दो दिलों के दरमियाँ दीवार सा अंतर न फेंक

by drkunwarbechainpoetry2023
April 29, 2023 2 yrs

जब से इक चेहरे ने अपना आईना माना मुझे

by drkunwarbechainpoetry2023
April 28, 2023 2 yrs

साँचे में हमने और के ढलने नहीं दिया

by drkunwarbechainpoetry2023
April 28, 2023 2 yrs

तेरी हर बात चलकर यूँ भी मेरे जी से आती है

by drkunwarbechainpoetry2023
April 28, 2023 2 yrs

छुपाने से नहीं छुपती मुहब्बत की नयी ख़ुशबू

by drkunwarbechainpoetry2023
April 28, 2023 2 yrs

मैं दिल हूँ और इस दिल का पता आपकी आँखें

by drkunwarbechainpoetry2023
April 28, 2023 2 yrs

साज दिल को बनाना पड़ता है

by drkunwarbechainpoetry2023
April 28, 2023 2 yrs

दे के तनहाई का मेला, चल दिये

by drkunwarbechainpoetry2023
April 28, 2023 2 yrs

पालता है दिल में अपने तितलियाँ पागल है क्या

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डॉ० कुँअर बेचैन स्मृति न्यास ऑस्ट्रेलिया

पिन बहुत सारे – डॉ. कुँअर बेचैन // अनुवादक डॉ. शिवराज वत्स्य

by drkunwarbechainpoetry2023 November 30, 2024 1 5 mths

एक गहरे समुन्दर में उतर जाती है रोज़ – डॉ. कुँअर बेचैन

by drkunwarbechainpoetry2023 November 30, 2024 5 mths

आंसुओं की शक़्ल लेकर – डॉ. कुँअर बेचैन

by drkunwarbechainpoetry2023 November 30, 2024 5 mths

कोई नहीं है देखने वाला तो क्या हुआ

by drkunwarbechainpoetry2023 November 30, 2024 1 min 5 mths

हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ

by drkunwarbechainpoetry2023 September 14, 2023 1 min 2 yrs

दे के तनहाई का मेला चल दिए डॉ० कुँअर बेचैन

by drkunwarbechainpoetry2023 April 29, 2023 1 min 2 yrs

किराए का है ये मकाँ छोड़ते हैं डॉ० कुँअर बेचैन

by drkunwarbechainpoetry2023 April 29, 2023 1 min 2 yrs

डॉ० कुँअर बेचैन जी के बारे में

पिन बहुत सारे – डॉ. कुँअर बेचैन // अनुवादक डॉ. शिवराज वत्स्य

एक गहरे समुन्दर में उतर जाती है रोज़ – डॉ. कुँअर बेचैन

आंसुओं की शक़्ल लेकर – डॉ. कुँअर बेचैन

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