Skip to content
डॉ० कुँअर बेचैन
  • डॉ० कुँअर बेचैन जी के बारे में
  • सम्पर्क करें

डॉ० कुँअर बेचैन

दुनिया ने मुझ पे फेंके थे पत्थर जो बेहिसाब, मैंने उन्हीं को जोड़ के कुछ घर बना लिए

  • डॉ० कुँअर बेचैन जी के बारे में
  • सम्पर्क करें
June 3, 2025
  • Sydney, Australia
  • Toll free 1660-6767-8909
  • International paper
ऑस्ट्रलियांचल साहित्यिक हिन्दी ई-पत्रिका एवं डॉ० कुँअर बेचैन स्मृति न्यास ऑस्ट्रेलिया द्वारा संचालित
कोई नहीं है देखने वाला तो क्या हुआ
हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ
पिन बहुत सारे – डॉ. कुँअर बेचैन // अनुवादक डॉ. शिवराज वत्स्य
एक गहरे समुन्दर में उतर जाती है रोज़ – डॉ. कुँअर बेचैन
आंसुओं की शक़्ल लेकर – डॉ. कुँअर बेचैन
कोई नहीं है देखने वाला तो क्या हुआ
हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ
पिन बहुत सारे – डॉ. कुँअर बेचैन // अनुवादक डॉ. शिवराज वत्स्य
एक गहरे समुन्दर में उतर जाती है रोज़ – डॉ. कुँअर बेचैन

Month: April 2023

  • Home
  • 2023

दे के तनहाई का मेला चल दिए डॉ० कुँअर बेचैन

by drkunwarbechainpoetry2023
April 29, 2023 1 min 2 yrs
ग़ज़ल
by drkunwarbechainpoetry2023
April 29, 2023 1 min 2 yrs

किराए का है ये मकाँ छोड़ते हैं डॉ० कुँअर बेचैन

by drkunwarbechainpoetry2023
April 29, 2023 1 min 2 yrs

ये सोचकर मैं उम्र की ऊँचाइयाँ चढ़ा डॉ० कुँअर बेचैन

by drkunwarbechainpoetry2023
April 29, 2023 2 2 yrs

साधकर फूलों से चेहरों पर निशाने काँच के

by drkunwarbechainpoetry2023
April 29, 2023 2 yrs

पेड़ पर पत्थर उछाले जायेंगे

by drkunwarbechainpoetry2023
April 29, 2023 2 yrs

जबसे उसने शोख़ नज़रों से पिलाई है शराब

by drkunwarbechainpoetry2023
April 29, 2023 2 yrs

मेरे हाथों की ये जो उँगलियाँ हैं

by drkunwarbechainpoetry2023
April 29, 2023 2 yrs

आँसुओं सा उछल के बाहर आ

by drkunwarbechainpoetry2023
April 29, 2023 2 yrs

पाँव जमते ही नहीं शीशों के जीनों में कुँअर

by drkunwarbechainpoetry2023
April 29, 2023 2 yrs

यह मत समझो उसके घर दिन चार का आना जाना है

Posts pagination

1 2 3 … 6 Next

डॉ० कुँअर बेचैन स्मृति न्यास ऑस्ट्रेलिया

पिन बहुत सारे – डॉ. कुँअर बेचैन // अनुवादक डॉ. शिवराज वत्स्य

by drkunwarbechainpoetry2023 November 30, 2024 1 6 mths

एक गहरे समुन्दर में उतर जाती है रोज़ – डॉ. कुँअर बेचैन

by drkunwarbechainpoetry2023 November 30, 2024 6 mths

आंसुओं की शक़्ल लेकर – डॉ. कुँअर बेचैन

by drkunwarbechainpoetry2023 November 30, 2024 6 mths

कोई नहीं है देखने वाला तो क्या हुआ

by drkunwarbechainpoetry2023 November 30, 2024 1 min 6 mths

हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ

by drkunwarbechainpoetry2023 September 14, 2023 1 min 2 yrs

दे के तनहाई का मेला चल दिए डॉ० कुँअर बेचैन

by drkunwarbechainpoetry2023 April 29, 2023 1 min 2 yrs

किराए का है ये मकाँ छोड़ते हैं डॉ० कुँअर बेचैन

by drkunwarbechainpoetry2023 April 29, 2023 1 min 2 yrs

डॉ० कुँअर बेचैन जी के बारे में

पिन बहुत सारे – डॉ. कुँअर बेचैन // अनुवादक डॉ. शिवराज वत्स्य

एक गहरे समुन्दर में उतर जाती है रोज़ – डॉ. कुँअर बेचैन

आंसुओं की शक़्ल लेकर – डॉ. कुँअर बेचैन

Proudly powered by WordPress | Theme: Color NewsMagazine WordPress Theme by Postmagthemes